अक्सर हमारे दिमाग में यह बात आती है कि क्या जिम रोज जाना जरूरी है या हफ्ते में कुछ दिन ड्राप भी कर सकते हैं। यह निर्भर करता है कि आपकी बॉडी, फिटनेस लक्ष्य और शेड्यूल पर, लेकिन फिर भी कुछ चीजें हैं जो यह तय करती हैं कि आपको हफ्ते में कितने दिन जिम जाना जरूरी है।
1. फिट रहना, शेप में रहना चाहते हैं…
हर दिन लगभग 30 मिनट का व्यायाम जरूरी है, चाहे आप वर्कआउट ना भी करते हों। इसमें पैदल चलना, बच्चों के साथ बॉल खेलना या घर के काम करना शामिल हो सकता है।
फायदे – हफ्ते में चार-पांच बार जिम जाते हैं तो वर्कआउट रूटीन बना रहता है। बीच का समय रिकवरी के लिए होता है। अगर काम के बोझ की वजह से आपके चार-पांच दिन पूरे नहीं हो पाते हैं, तो परेशान होने की बजाय इसे तीन दिन भी किया जा सकता है। एचआइआइटी के जरिये आप कम से कम समय में भी जिम का पूरा फायदा ले सकते हैं। कभी मशीन वर्कआउट की जगह किक बॉक्सिंग, डांस, टेनिस खेल सकते हैं।
2. वजन कम करना चाहते हैं…
अडल्ट हैं और वजन कम करना चाहते हैं तो 60-90 मिनट की इंटेंस फिजिकल एक्टिविटी फायदेमंद होती है। इस दौरान कैलरी इंटेक का ध्यान रखना जरूरी है। यह आपकी उम्र, डाइट, वजन और जेंडर के हिसाब से तय होता है। इसके अलावा आप किस तरह के वर्कआउट्स करते हैं, इस पर भी निर्भर करता है। वजन घटाने के लिए आपको पूरा समय कार्डियो और एरोबिक्स को नहीं देना है। दो-तीन दिन की रेसिस्टेंस ट्रेनिंग आपके मसल्स टोन कर देगी। बचे हुए तीन-चार दिन में एरोबिक्स कर सकते हैं।
फायदे – हफ्ते में चार से पांच दिन जिम जाने से आप अपने डेली वर्कआउट्स एक ही सेशन में पूरे कर सकते हैं। हफ्ते में ज्यादा से ज्यादा दिनों के लिए एक्सरसाइज करने से न सिर्फ वजन घटता है, बल्कि आपकी जनरल फिटनेस में भी सुधार होता है।
3. मसल्स बनाना चाहते हैं…
हफ्ते में तीन से चार दिन के शेड्यूल में हर सेशन में दो मसल गु्रप्स पर फोकस किया जा सकता है। पांच से छह दिन के रूटीन में आप मसल्स को रेस्ट देने का समय निकाल सकते हैं। आपको एक बार में एक ही मसल गु्रप पर काम करना चाहिए। अगर रोज जिम जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं लेकिन थके हुए मसल्स पर बोझ नहीं डालना है, उन्हें रेस्ट भी दें। इस बीच योग किया जा सकता है। सन बॉथ लिया जा सकता है या घर के आसपास पैदल चल सकते हैं।
फायदे – तीन से चार दिन का शेड्यूल है तो आपको आराम काफी मिल जाता है। मसल्स तब नहीं बनते जब आप वजन उठाते हैं, ये तब बनते हैं जब आप रेस्ट लेते हैं। आपका नर्वस सिस्टम भी रेस्ट मांगता है, जिससे कि सही तरीके से वर्कआउट किया जा सके।
4. क्वांटिटी से ज्यादा जरूरी क्वालिटी…
आप जिम में क्या करते हैं ये ज्यादा जरूरी है बजाय इसके कि आप कितना करते हैं। लगभग रोज ही जिम जाते हैं लेकिन ज्यादा मेहनत नहीं करते, गलत तरीके से वर्कआउट करते हैं या ओवरटे्रनिंग से शरीर को थकाते हैं तो आपको वो फायदे नहीं मिलेंगे जो हफ्ते में तीन बार जिम जाने लेकिन सही तरीके से वर्कआउट करने से मिल सकते हैं। सही तरीके से वर्कआउट करने के लिए पर्सनल ट्रेनर की भी मदद ली जा सकती है।