जयपुर। ‘दीप निष्ठा का जले तो आंधियां बाधक नहीं होती, आदमी में लगन हो तो मजबूरियां बाधक नहीं होती।’ जी हां, जीवन में बेहतर करने की चाह हो तो राह बन ही जाती है। अपनी मेहनत और लगन से अपने सपने को सच कर दिखाया झोटवाड़ा, जयपुर निवासी आकांक्षा गुप्ता ने। बचपन से ही विदेश से रिसर्च करने का उनका सपना अब साकार होने जा रहा है। इन सपनों और जुनून को मन में संजोए वह मेलबर्न, आस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गई। आकांक्षा का पीएचडी करने के लिए डीकिन यूनिवर्सिटी मेलबर्न (आस्ट्रेलिया) में 1.14 करोड़ रुपए की पूर्ण फेलोशिप पर चयन हुआ है। फेलोशिप के तहत आकांक्षा को पीएचडी के तीन वर्ष के लिए 48 लाख रुपए छात्रवृत्ति दी जाएगी और 66 लाख की पूर्ण ट्यूशन फीस भी विवि भरेगा। साथ में 3 साल का विदेशी स्वास्थ्य बीमा भी दिया गया है। 25 वर्षीय आकांशा पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों और उनके विकास पर शोध कार्य करेंगी। आकांक्षा इस उपलब्धि का श्रेय अपने पिता शिक्षक सुरेंद्र कुमार गुप्ता, माता विद्या गुप्ता और अपने शिक्षकों को देती है। आकांक्षा ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की है।
कई विदेशी विश्वविद्यालयों से पीएचडी की पेशकश
डीकिन विश्वविद्यालय दुनिया के अग्रणी शोध संस्थानों में से एक है। आकांक्षा को विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों से भी पीएचडी की पेशकश की गई थी। आकांक्षा को फेलोशिप डीकिन यूनिवर्सिटी मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया में स्वास्थ्य विभाग से खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी में पीएचडी करने के लिए प्रदान की गई है। यह छात्रवृत्ति खाद्य विज्ञान के स्टूडेंट्स को प्राप्त देश-दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण स्कॉलरशिप में से एक है। पीएचडी प्रोग्राम 16 अगस्त 2022 से शुरू होगा।
बीएचयू से मास्टर्स में भी मिला स्वर्ण पदक
इससे पहले आकांक्षा ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की है और अपनी मास्टर डिग्री में स्वर्ण पदक हासिल किया है। उन्होंने डेयरी और खाद्य प्रौद्योगिकी कॉलेज, एमपीयूएटीए उदयपुर, राजस्थान से डेयरी प्रौद्योगिकी में बीटेक भी किया है।
आईसीएआर-एसआरएफ परीक्षा में दूसरी रैंक, नेट क्वालिफाई
इसके अलावा आकांक्षा ने पिछले साल पीएचडी के लिए आईसीएआर द्वारा आयोजित आईसीएआर-एसआरएफ परीक्षा में दूसरी रैंक भी हासिल की थी। उसने एएसआरबी कृषि वैज्ञानिक भर्ती बोर्ड से नेट परीक्षा के लिए भी योग्यता प्राप्त की है और प्रोफेसर के लिए पात्र बन गई है।
माता-पिता और टीचर्स को श्रेय
आकांक्षा इस उपलब्धि का श्रेय बीएचयू और सीडीएफटी में विभाग के प्रोफेसर्स को देना चाहती हैं। आकांक्षा ने बताया कि टीचर्स ने हर मोड़ पर मुझे प्रोत्साहित किया और उसे दुनिया भर के कई प्रमुख विश्वविद्यालयों में आवेदन करने में मदद की, जिसमें डीकिन विवि भी शामिल है। वह इस यात्रा में निरंतर साथ देने के लिए अपने पिता शिक्षक सुरेंद्र कुमार गुप्ता और माता विद्या गुप्ता का शुक्रिया अदा करती हैं।
डीकिन विश्वविद्यालय दुनिया का अग्रणी शोध संस्थान
1974 में स्थापित डीकिन विश्वविद्यालय मेलबर्न दुनिया के अग्रणी शोध संस्थानों में से एक है और इसे विश्व विश्वविद्यालयों ; एआरडब्ल्यूयूद्ध के शीर्ष 1ः में स्थान दिया गया है। यह ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष 10 विश्वविद्यालयों में से एक था और क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 के अनुसार दुनिया में 266 वां स्थान रखता है। पिछले साल डीकिन विश्वविद्यालय और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद (आईआईटी.एच) ने विभिन्न विषयों के लिए कार्यक्रम;जेडीपी के लिए संयुक्त डॉक्टरेट के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।