जयपुर। विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर “कैंसर की रोकथाम में भोजन एवं पोषण की भूमिका” विषय पर इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर लाइफ साइंसेज, इंडियन डायटिक एसोसिएशन के राजस्थान चैप्टर तथा नेटप्रोफेन के संयुक्त तत्वाधान में खुली परिचर्चा का आयोजन राजस्थान विश्वविद्यालय के पौद्धार इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के सभागार में किया गया।
परिचर्चा में मुख्य वक्ता के रुप बोलते हुए सोसाइटी के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर अशोक कुमार ने “एक युद्ध, कैंसर के विरुद्ध” के तहत कर्क रोग की अभिवृद्धि तथा इस रोग में स्थानीय वनस्पतियों व पोषण-आहार की उपयोगिता के बारे में बताया। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर वी पी सिंह ने कैंसर के अनुवांशिकी प्रभाव पर चर्चा को आगे बढ़ाया। राजस्थान विश्वविद्यालय की सिंडिकेट की सदस्या प्रो निमाली सिंह ने कर्क रोग से बचाव में पोषण के महत्व को रेखांकित किया। राजस्थान विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर जी पी सिंह ने युवा अवस्था में तेजी से बढ़ रहे कर्क रोग के प्रति चिंता प्रकट करते हुए इलाज के दौरान भोजन की उपादेयता एवं संभावना तलाशने हेतु आह्वान किया। परिचर्चा के दौरान वरिष्ठ प्रोफेसर मधु कुमार ने विभिन्न भोज्य पदार्थों के प्रभाव से कैंसर की रोकथाम तथा उपचार में उपयोगिता पर प्रकाश डाला। डॉ रिचा चतुर्वेदी, डॉ मेधावी गौतम एवं डॉ प्रीति विजय ने उपस्थित छात्र छात्राओं के डायट व कैंसर से जुड़े सवालों पर विस्तार से समझाया। परिचर्चा का समन्वय सोसायटी के महासचिव डॉ हेमन्त पारीक ने किया।
परिचर्चा में डॉ सुमन भाटिया, डॉ रितु जैन, डॉ सुनील कुमार, डॉ रेणु बिष्ट, डॉ सी पी सिंह, डॉ अपर्णा पारीक, राजस्थान अस्पताल की मुख्य डायटिशियन नेहा दुआ, सह शोधकर्मी डॉ अंकिता शर्मा, डॉ वंदना गर्ग, मेघना पारीक, निकिता शर्मा सहित अनेक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।