ये तीन योगासन, जिन्हें करने से आप कभी नहीं पड़ेंगे बीमार

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हर व्यक्ति चाहता है कि वह हमेशा स्वस्थ रहें। बीमारियां उसके पास नहीं फटके। लेकिन, फिर भी कोई ना कोई ​बीमारी उसे हर वक्त घेरे रहती है। दरअसल, हमारी खराब लाइफ स्टाइल, दोषपूर्ण खानपान और तनावपूर्ण जिंदगी हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती रहती है।

इन पर ध्यान रखने के लिए प्रयास करना चाहिए। लेकिन, साथ ही हमें जीवन में योग का भी अपनाना चाहिए। योग हमारी सभ्यता का हिस्सा रहा है। लेकिन, आज इसे भुला दिया गया। लेकिन अब एक बार फिर हम योग की ओर लौट रहे हैं। ऐसे में योग को जीवन में अपनाकर हम शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ रह सकते है। आइए जानते है तीन ऐसे योगासन के बारे में जो आपको स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। 

1. सूर्य नमस्कार:

सूर्य नमस्कार एक ऐसा योगासन है जो पूरे शरीर को एक्सरसाइज करवाता है। इसमें 12 आसन होते हैं जो एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। ये आसन शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं, मांसपेशियों को मजबूत करते हैं, और पाचन क्रिया को सुधारते हैं।

2. प्राणायाम:

प्राणायाम योग में सांस लेने की तकनीकों का अभ्यास किया जाता है। ये तकनीक शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाती हैं, जिससे मन शांत होता है और तनाव कम होता है। प्राणायाम से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।

3. भुजंगासन:

भुजंगासन एक ऐसा आसन है जो रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। ये आसन तनाव और चिंता को भी कम करने में मदद करता है।

ये योगासन आपको बीमार होने से पूरी तरह से नहीं बचा सकते हैं। लेकिन, नियमित रूप से इन योगासनों का अभ्यास करने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सकती है, जिससे आप बीमारियों से लड़ने में सक्षम हो सकते हैं।

कैसे करें इन योगासनों का अभ्यास?

  • किसी योग प्रशिक्षक से इन योगासनों को सीखें।
  • धीरे-धीरे शुरुआत करें और धीरे-धीरे अपनी क्षमता बढ़ाएं।
  • योग करते समय ध्यान रखें कि आपका शरीर आरामदायक हो।
  • अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो योग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
  • याद रखें, योग एक जीवनशैली है, एक दवा नहीं।

इन योगासनों को करने के फायदे क्या हैं?

  1. सूर्य नमस्कार में विभिन्न आसनों के माध्यम से शरीर को खींचा जाता है, जिससे लचीलापन बढ़ता है। सूर्य नमस्कार में कई आसन संतुलन पर आधारित होते हैं, जिससे संतुलन क्षमता में सुधार होता है।
  2. प्राणायाम श्वसन क्रिया को बेहतर बनाता है और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है।
  3. भुजंगासन पीठ दर्द से राहत दिलाता है और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है।
  4. इन योगासनों के अलावा, स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, और पर्याप्त नींद लेना भी आपके स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।