जीका वायरस ने बढ़ाई चिंता, ये हैं लक्षण और बचाव के उपाय

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जीका वायरस को लेकर देश में एक बार फिर चिंता जताई जा रही है। महाराष्ट्र के पुणे में इस वायरस जनित रोग के कुछ मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इसको लेकर सभी राज्यों को अलर्ट भी जारी किया है। इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र में जीका वायरस के एक जुलाई 2024 तक छह मामले सामने आ चुके हैं। एंडरवाने में रहने वाली वाली दो गर्भवती महिलाएं जीका वायरस पॉजिटिव पाई गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि एंडरवाने क्षेत्र की एक 28 वर्षीय गर्भवती महिला में जीका वायरस संक्रमण पाया गया था। इसके अलावा, 12 सप्ताह की गर्भवती एक अन्य महिला में भी जीका वायरस संक्रमण पाया गया है।

क्या है जीका वायरस

जीका वायरस एक मच्छर जनित वायरस है, जिसकी पहचान सर्वप्रथम 1947 में युगांडा में रीसस मैकाक बंदर में हुई थी, जिसके बाद 1950 से 1980 के बीच तक अफ्रीका और एशिया में छिटपुट मानव संक्रमण का पता चला था। हालांकि, 2007 से अफ्रीका, अमेरिका, एशिया और प्रशांत क्षेत्र में जीका वायरस रोग के प्रकोप दर्ज किए गए हैं। हाल के कुछ वर्षों में भारत के कुछ हिस्सों में जीका वायरस के मरीज सामने आए हैं।

जीका वायरस मुख्य रूप से एडीज मच्छरों द्वारा फैलता है, जो अधिकतर दिन में काटते हैं। जीका वायरस से संक्रमित अधिकांश लोगों में लक्षण देरी से दिखाई नहीं देते हैं। गर्भावस्था के दौरान जीका वायरस के संक्रमण से शिशुओं में माइक्रोसेफली और अन्य जन्मजात विकृतियां पैदा हो सकती हैं, साथ ही समय से पहले जन्म और गर्भपात भी हो सकता है।

जीका वायरस के लक्षण (Symptoms Of Zika Virus In Hindi)

  • हल्का बुखार
  • त्वचा पर रैशेज
  • सिरदर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • जोड़ों में दर्द

जीका वायरस से बचने के तरीके

  • अपने आसपास साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।
  • मच्छरों से बचाव के लिए घर के दरवाजे और खिड़कियों को बंद रखें।
  • लंबी बाजू के कपड़े पहनें।
  • रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
  • शाम के समय ज्यादा बाहर निकलने से बचें।
  • घर के आसपास जमा कचरे और पानी की नियमित सफाई करें।
  • अगर आप प्रेग्नेंट हैं, तो मच्छरों के संपर्क में आने से बचें।
  • लक्षण दिखने पर अपने ब्लड और यूरिन की जांच करवाएं।