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बारिश और सर्दी का मौसम में खासकर छोटे बच्चों के लिए परेशानी का होता है। इस मौसम में बच्चों की छाती में कफ जमा की शिकायत ज्यादा रहती है। इससे बच्चों के फेफड़ों में दर्द और उन्हें श्वास लेने में तकलीफ होती है। ऐसे मामलों का नजरंदाज नहीं करना चाहिए। तत्काली चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। यदि समस्या ज्यादा गंभीर नहीं हैं तो घरेलू उपाय भी अपनाए जा सकते हैं।
बच्चों में कफ जमने के लक्षण
- छाती में दर्द
- लगातार खांसी रहना
- छाती में भारीपन महसूस होना
- छाती में जकड़न या ऐंठन महसूस होना
- खांसते समय बच्चों के मुंह में कफ या बलगम आना
- बच्चों को बार-बार बुखार होना
- बच्चों के सिर में दर्द होना
- गले में दर्द या जलन होना
- सांस लेते समय छाती से आवाज आना
इन तरीकों से खत्म करें छाती में कफ समस्या
- चेस्ट कंजेशन या छाती में कफ की समस्या को कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर आसानी से दूर किया जा सकता है। इन घरेलू उपायों से बच्चों को न सिर्फ तुरंत आराम मिलेगा, बल्कि बच्चे दवाओं के साइड इफेक्ट से भी बच पाएंगे।
- बच्चों के बलगम को दूर करने के लिए लहसुन बहुत ही लाभकारी है। इससे आसानी से छाती के कफ को दूर किया जा सकता है। इससे खांसी भी ठीक होती है। इसके लिए आप बच्चे को लहसुन की एक कली को कुचलकर खाली पेट दें। इसी के साथ आप लहसुन की कुछ कलियों को धागे में पिरोकर उसे बच्चों के गले में पहना दें, इससे उनकी छाती में कफ नहीं जमता।
- हल्दी की तासीर गर्म होती है और इसमें करक्यूमिन नामक यौगिक होता है जो बलगम को पतला कर शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। आप कच्ची हल्दी को कस कर इसका रस निकाल लें और इसकी कुछ बूंदे बच्चे के गले में डालें। ध्यान रखें इसके बाद थोड़ी देर के लिए कुछ न खाएं पिएं। इसी के साथ आप इस रस को गुनगुने पानी में मिला लें और फिर इसके गरारे करें। इससे भी बलगम बाहर निकल जाएगा।
- सरसों के तेल को गुनगुना गर्म कर लें और इससे बच्चे की छाती पर मालिश करें। कफ से राहत मिलेगी।
- चिकित्सक की सलाह लें।