पीरियड्स के दौरान क्यों होती है कब्ज की समस्या, छुटकारा पाने के लिए अपनाये ये उपाय

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कब्ज की समस्या आज के समय में बहुत ही आम बन गयी है। यह समस्या हमारे शरीर में पाचन प्रक्रिया से जुड़ी है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। बड़ा कारण खानपान और हमारी लाइफ स्टाइल है। यह समस्या महिलाओं में उनके पीरियड्स के दौरान ज्यादा देखने को मिलती है।पीरियड्स के दौरान कब्ज होने का कारण क्या हो सकता है और इससे बचने के लिए क्या तरीका अपनाया जाए, इस बारे में जानते है। 

पीरियड में कब्ज की समस्या का कारण

जब महिलाओं को पीरियड्स शुरू होते हैं, तब उस दौरान उनकी बॉडी में कई तरह हार्मोनल चेंजेस होने लगते हैं। यह बदलाव प्रोजेस्टेरॉन और एस्ट्रोजन के स्तर में अधिक होता है। यह बदलाव पीरियड्स में होने वाले कब्ज का बड़ा कारण हो सकते हैं। पीरियड्स से पहले और पीरियड्स के दौरान इनमें लगातार उतार-चढ़ाव होता रहता है, जिससे मल त्याग अनियमित हो सकता है।
महिलाओं के पीरियड्स शुरू होने से पहले ही उनके शरीर में प्रोजेस्टेरोन रिलीज होने लगते हैं। यह प्रोजेस्टेरोन मांसपेशियों को आराम देने वाले के रूप में कार्य करते हैं, और इस दौरान आपकी मल त्याग इतनी ढीली हो सकती है कि आपके लिए मल त्याग करना बेहद मुश्किल हो जाता है।
जब पीरियड्स शुरू होते हैं, तो महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ने लगता है, जिसका असर उनके गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम पर पड़ता है। इसके कारण, छोटी आंत आपके कोलन में मांसपेशियों के कार्य को प्रभावित कर सकती है, जिससे मल त्यागने में कठिनाई हो सकती है।

पीरियड में कब्ज से छुटकारा पाने के टिप्स

  • फाइबर युक्त भोजन लें। इसके लिए दलिया, गेहूं, जौ, बाजरा, ब्रोकोली, स्प्राउट्स,बादाम, चिया बीज, अलसी और अखरोट आदि का सेवन कर सकते हैं। 
  • भरपूर मात्रा में पानी पिएं। पानी का भरपूर और सही मात्रा में सेवन कब्ज से छुटकारा दिला सकता है। इसलिए आपको दिन भर में करीब 2 लीटर पानी पीना चाहिए।
  • जंक फूड से दूरी बनाएं। पीरियड्स के दौरान महिलाओं को अक्सर जंक फूड खाने की इच्छा होती है। लेकिन भले ही ये जंक फूड उस समय खाने में स्वादिष्ट और मजेदार लगे, लेकिन ये आपके शरीर में कब्ज पैदा कर सकते हैं। 
  • हर्बल ड्रिंक्स लें सकती हैं। इसके लिए आप ग्रीन टी, अजवाइन का पानी, सौंफ का पानी, नींबू की चाय आदि का चयन कर सकती हैं। यह आपको न सिर्फ कब्ज से राहत पहुंचाएंगे बल्कि इस दौरान पेट में होने वाले दर्द और बेचैनी की समस्या को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं।