– संस्थापक नवरंग राय कृष्णिया ने कहा कि कदम दर कदम चलो ऐसे कि निशान बन जाए, जिंदगी जियो ऐसे कि मिसाल बन जाए –
जयपुर। बहुत से प्रतिभाशाली विद्यार्थी आर्थिक तंगी के कारण प्रतियोगी एग्जाम्स के स्तर तक की शिक्षा नहीं ले पाते। ऐसे विद्यार्थियों को प्रतियोगी एग्जाम्स तक की शिक्षा प्राप्त करने के लिए राय प्रकाशन के संस्थापक व अध्यक्ष नवरंग राय कृष्णिया और निदेशक रोशन लाल ने कक्षा 5वीं, 8वीं, 10वीं और 12वीं तक की परीक्षा लेकर योग्य विद्यार्थियों का चयन करके प्रथम बार उनके सुनहरे भविष्य के प्रोत्साहन के लिए स्कॉलरशिप प्रोग्राम की नींव रखी। महाराणा प्रताप सभागार में आयोजित स्कॉलरशिप व अवॉर्ड समारोह में ऐसे ही 120 योग्य विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप प्रदान की गई। इस अवसर पर राय प्रकाशन के संस्थापक व अध्यक्ष नवरंग राय कृष्णिया ने कहा कि कदम दर कदम चलो ऐसे कि निशान बन जाए, काम करो ऐसा कि पहचान बन जाए, जिंदगी तो सब काट लेते हैं मगर जिंदगी जियो ऐसे कि मिसाल बन जाए। गौरतलब है कि यह स्कॉलरशिप एग्जाम राजस्थान के 18 जिलों में 45,000 बच्चों द्वारा दिया गया था, जिसमें से इन 120 विद्यार्थियों को 1 करोड़ 5 लाख रुपए की स्कॉलरशिप प्रदान की गई। राय पब्लिकेशन के प्रबंध निदेशक अभिमन्यु कृष्णिया ने बताया कि संस्थापक नवरंग राय कृष्णिया की लेखन कुशलता से प्रेरित होकर वर्ष 1998 में राय पब्लिकेशन शुरुआत हुई। आरएएस, आरपीएससी अध्यापक परीक्षा आदि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए राय पब्लिकेशन उपयोगी पुस्तकों का प्रकाशन करती है।